Monday, July 21, 2008

अहसास

हाथ पर लिखा तुम्हारा ये नाम,
बातें करता है मुझसे कुछ यूँ की,
दिल में छुपी एक बात,
झाँक कर बाहर कुछ बोल रही हो जैसे,
तुम्हे देख कर कुछ ना बोल पाना मेरा,
अनछुआ ये अहसास उस प्यार का,
आँखें कभी बोल सकती अगर,
या ये दिल सुन सकता,
तो कहानी तुम्हे उस रात की सुनाता में,
मदहोश सा आवारा एक मन्,
खुल कर प्यार करना चाहता है,
पास बैठकर यूँ देखना हमें,
की यह अहसास थोडा और जीना चाहता है।


Vikas

3 comments:

Soliloquy said...

iss aashique ko iski aashiqui mile na mile shaayari to mil hi gayi.....

rashmi said...

Very nice!!
Hum dua karte hain ki aapka ye ahsaas hamesha jinda rahe!!!!!!!!!!

Mamta said...

ek khoobsoorate ehsaas.... ummed hai ki hamesha bana rahega...